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Publication is ultimate and necessary step of any research. Research is worthless until it not put forward in public Domain. Research is like a chain reaction. Each and every research has some space and this space generate viewpoint for other new research. So, in social interest, research work should be published.

प्रकाशन किसी भी शोध प्रक्रिया का अंतिम एवं अनिवार्य चरण है. शोध निरर्थक है यदि वह लोगों के संज्ञान में नहीं है. यह एक श्रृंखला क्रिया की तरह है. प्रत्येक अनुसन्धान में कुछ ऐसे अवकाश होते हैं जो एक अन्य स्वतंत्र अनुसन्धान की मांग करते हैं अथवा उसमें ऐसे विचार दृष्टि होते है जो अन्य शोध/शोधों को प्रेरित करतें हैं. अतएव व्यापक सामाजिक हित में शोध का प्रकाशन अनिवार्य है.


Publish your Research Paper:

Original and unpublished Research papers are invited to publish in Shodh Sanchayan, An International Bi-Lingual & Biannual Research Journal

मौलिक एवं अप्रकाशित शोध पत्र शोध संचयन में प्रकाशन हेतु आमंत्रित हैं.


Publish your research Abstract:

अपने सामाजिक मानविकी अनुसन्धान के शोध सार का ई-प्रकाशन करें. www.shodh.net आपको अपने अनुसंधानों के शोध संक्षिप्तिका के ई-प्रकाशन का अवसर प्रदान करता है.

E-publish your research abstract.

शोध सारांश के प्रारूप
Format of Research Abstract

Publish your Research Minor/Major Research Project Report:

आपके वर्षों का अथक परिश्रम एवं प्रतिभाशाली प्रदर्शन निरर्थक है यदि वह अल्मारिओं के कोने में धूल खाता रहे. आप अपने शोध परियाजना के निष्कर्षों का प्रकाशन अनिवार्यरूप से करें. परियोजना प्रतिवेदन में निम्न बिंदुओं को सम्मिलित करें-

  • आपका शोध कार्य ज्ञान के आयाम में क्या नया जोड़ता है?
  • शोध की दृष्टि से आपके कार्य की महत्ता?
  • शोध कार्य में आने वाली कठिनाइयाँ / सीमाएं
  • आपका शोध कार्य में क्या शेष हैं जो नए अनुसन्धान का विषय बन सकता है?

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